Diabetes diet tips : पहले के समय में डायबिटीज या अन्य प्रकार की हाई बीपी जैसी बीमारियां बुढ़ापे में या अधिक उम्र आने पर ही होती थी। लेकिन आज के समय में युवा लोग आसानी से इस बीमारी की पकड़ में आ जाते हैं। इन बीमारियों के होने के कुछ कारण तो अनुवांशिक हो सकते हैं। लेकिन कुछ कारण हमारे खुद के खानपान और लाइफस्टाइल के कारण भी हो सकते हैं। हम शारीरिक श्रम नहीं करते हैं और बैठे-बैठे ही सब चीजों को करना चाहते हैं और हमारा लाइफस्टाइल बिगड़ा हुआ होता है। जिसके कारण डायबिटीज ही नहीं कई अन्य तरीके की बीमारियां भी हमें लग जाती हैं। हमें अगर हेल्दी और फिट रहना है तो हमें अपनी लाइफ स्टाइल को बदलना होगा। इसके साथ-साथ हमें अपना खानपान भी बदलना होगा।
डायबिटीज को कंट्रोल करने के टिप्स निम्नलिखित हैं
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सब्जी
डायबिटीज के मरीजों को ऐसी सब्जियों का सेवन करना चाहिए जो सटॉर्च से भरपूर हो। टाइप टू डायबिटीज के मरीज दिन के समय अपनी थाली में भिंडी, करेला, लौकी, शिमला मिर्च, मटर या फिर बैंगन जैसी सब्जियां खा सकते हैं। इनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। और इसी कारण इन्हें डायबिटीज के रोगी के लिए फायदेमंद माना जाता है।
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सलाद
दोपहर के खाने में कुछ लोग स्वाद के चक्कर में सिर्फ प्याज को ही थाली में रखते हैं। और हरी मिर्च को रखते हैं जबकि डायबिटीज के मरीजों को लंच में प्याज नहीं ककड़ी खीरा टमाटर को सलाद के रूप में खाना चाहिए। सलाद में फाइबर होने से पेट स्वस्थ रहता है और समय पर साफ हो जाता है इसके साथ ही खाने का टेस्ट भी बढ़ जाता है।
दाल
डायबिटीज ही नहीं हर किसी को अपने दोपहर के खाने में एक सूखी सब्जी के साथ दाल का सेवन भी करना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों को प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए चना उड़द मूंग और मसूर की दाल खानी चाहिए।
रोटी
इस बीमारी के रोगियों को दोपहर के खाने में गेहूं ही नहीं सभी तरह के अनाज की रोटी खानी चाहिए। इसमें जो चना अनाज आदि शामिल होने चाहिए आम भाषा में कहें तो फाइबर वाली रोटी होनी चाहिए। फाइबर के आटे को आप मार्केट से आराम से ले सकते हैं। दोपहर के समय की रोटी आप ऐसी फाइबर वाले आटे से बनाएं। यह फाइबर वाला आटा पतंजलि स्टोर से आसानी से मिल सकता है। इसमें पांच प्रकार के अनाज शामिल रहते हैं।
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जामुन की गुठली का चूर्ण
जामुन से ज्यादा लाभदायक उसकी गुठली साबित होती है। यह शुगर में बहुत ही फायदेमंद होती है अक्सर डॉक्टर भी इसका सेवन करने को कहते हैं। जामुन की गुठली को सुखाकर इसका चूर्ण बनाकर सुबह खाली पेट एक चम्मच देना चाहिए। इससे शुगर कंट्रोल रहती है।
बिना चीनी की चाय
व्यक्ति को जब चाय की लत लग जाती है तो व्यक्ति चाहे के बिना रह नहीं सकता है और जिसको शुगर की बीमारी है वह अपनी तड़प को कैसे कम करें इसके लिए वह बिना चीनी की चाय पी सकते हैं और आमतौर पर जिन लोगों को शुगर की बीमारी हो जाती है बे बगैर चीनी की चाय ही पीते हैं चाहे वह किसी भी रिश्तेदारी में जाएं वहां पर वह बगैर चीनी की चाय ही मांगते हैं और मीठा उनका बिल्कुल भी बंद हो जाता है।