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घर-घर औषधि योजना 2022: मित्रों, भारतीय परंपरा प्राचीन काल से ही ऋषि और मुनियों की परंपरा रही है। प्राचीन काल में ऋषि, मुनि प्राकृतिक जड़ी बूटियों के द्वारा इलाज करते थे। उस समय आधुनिक काल जैसी चिकित्सा पद्धति नहीं थी। लोग जड़ी बूटियों पर ही आश्रित रहते थे। ऋषि मुनि जड़ी बूटियों के महत्व को अच्छी प्रकार से समझते थे।
आज की दवाओं से साइड इफेक्ट होता है परंतु प्राचीन काल की जड़ी बूटियों से किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता था । यह औषधि पौधे हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों और दुर्गम पहाड़ियों पर पाए जाते थे।
ऋषि मुनियों का निवास भी हिमालय पर और दुर्गम पहाड़ियों पर हुआ करता था। भारत सरकार ने आयुर्वेदिक औषधियों के महत्व को समझने के लिए अलग से आयुष विभाग बनाया है।
कोरोना के समय इसी आयुष विभाग ने आयुष काढ़ा और भी कई तरीके की जड़ी बूटियां मिलाकर प्रोडक्ट जनता को दिए थे जो कि जनता की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए थे और वह काफी कारगर साबित भी हुए थे।
इन औषधीय पौधों में तुलसी, गिलोय, नीम आदि ऐसी औषधियां हैं जो हमारी प्रतिरोधक क्षमता को दिन पर दिन मजबूत करती हैं। इन्हीं औषधीय पौधों के महत्व को समझाने के लिए राजस्थान सरकार के द्वारा घर-घर औषधि योजना 2022 को प्रारंभ किया है।
घर-घर औषधीय योजना की अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारे लेख को पूरा पढ़ें।
घर-घर औषधि योजना 2022
Table of Contents
राजस्थान सरकार ने इस योजना को 1 अगस्त 2021 को प्रारंभ किया था। इस योजना के द्वारा राजस्थान की सरकार एक करोड़ 26 लाख परिवारों को औषधीय पौधे उपलब्ध करवाएगी।
घर-घर औषधि योजना में राज्य के प्रत्येक परिवारों को 8-8 औषधीय पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे जिनमें पूरे परिवार के सदस्यों की इम्युनिटी को बढ़ाया जाएगा। घर-घर औषधि योजना 2022
जब पूरे परिवार की इम्युनिटी बढ़ जाएगी तो कोई भी रोग उनको पकड़ नहीं पाएगा और वह स्वस्थ रहेंगे। राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी ने निरोगी राजस्थान अभियान के तहत घर-घर औषधि योजना का शुभारंभ किया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने अपने निवास स्थान पर तुलसी और गिलोय का पौधा लगाकर इस योजना को प्रारंभ किया था।
इस योजना के माध्यम से राज्य के प्रत्येक परिवार को तुलसी, गिलोय, कालमेघ, अश्वगंधा, नीम की 2-2 पौधे निशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे। राजस्थान घर-घर औषधि योजना के द्वारा दिए जाने वाले पौधे प्रत्येक परिवार को 5 साल तक दिए जाएंगे।
जिससे उनका स्वास्थ्य बेहतर हो पाएगा। इस योजना का शुभारंभ राजस्थान के मुख्यमंत्री जी ने रविवार को एक वर्चुअल मीटिंग के दौरान किया था।
घर-घर औषधि योजना 2022 मुख्य बिंदु
योजना का नाम | घर-घर औषधि योजना 2022 |
किसने शुरू किया | राजस्थान सरकार |
शुरू करने का वर्ष | 2022 |
लाभार्थी | राजस्थान के लोग |
कितने पौधे दिए जाएंगे | 8 पौधे |
कब तक दिए जाएंगे | 5 साल तक |
आवेदन का माध्यम | ऑनलाइन ऑफलाइन |
ऑफिशियल वेबसाइट | जारी नहीं |
घर-घर औषधि योजना 2022 का उद्देश्य
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत इस बात को अच्छी प्रकार से जानते हैं की राज्य में बहुत सारे ऐसे निर्धन लोग हैं जो बीमारी होने पर इतना महंगा इलाज नहीं करवा सकते हैं और वह इलाज के अभाव में अपना जीवन गंवा बैठते हैं।
लोगों की प्रतिरोधकता की कमी के कारण उनको नई नई तरह की बीमारी संक्रमण लग जाते हैं। ऐसा ही कोरोनावायरस में देखने को मिला था कि जिस व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता कम थी कोरोना भी उन्ही पर ज्यादा हावी हो रहा था।
इसलिए लोगों को अच्छा स्वास्थ्य मिले और उनकी प्रतिरोधकता क्षमता बढ़े जिससे उन्हें कोई भी संक्रमण नहीं लगे यही Rajasthan Ghar Ghar Aushadhi Yojana का मुख्य उद्देश्य है।
इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सरकार लोगों को यह औषधीय पौधे तुलसी, गिलोय, दालचीनी, कालीमिर्च, लॉन्ग, नीम, एलोवेरा, अश्वगंधा इत्यादि के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सरकार लोगों को यह पौधे मुफ्त में देगी।
इस योजना के माध्यम से राजस्थान सरकार औषधि पौधों के महत्व को और बढ़ाने के लिए और इनका संरक्षण करने के लिए इस योजना को शुरू किया है।
सरकार इस बात को अच्छी तरह जानती है कि प्राचीन ऋषि मुनि बड़ी से बड़ी बीमारियों का इलाज इन्हीं औषधियों की मदद से कर देते थे। जिसके कारण सरकार भी चाहती है कि गरीब लोग जिनके पास पैसा नहीं है वह अपने प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर रोगों से दूर रह सकते हैं।
घर-घर औषधि योजना 2022 के पौधों का वितरण
घर-घर औषधि योजना में राजस्थान सरकार के द्वारा लगभग 5 करोड से भी अधिक पौधों का वितरण किया जाएगा। इन पौधों को राज्य की नर्सरीओं से अलग-अलग स्थानों से तैयार करवाया जाएगा।
राजस्थान घर-घर औषधि योजना में तुलसी, नीम, अश्वगंधा, काली मिर्च, गिलोय आदि कई प्रकार के औषधि पौधों को मुफ्त में ही लोगों को दिया जाएगा। इन पौधों को जुलाई के महीने में दिया जाएगा जिससे मानसून में यह पौधे मरे नहीं और अच्छी तरीके से बढ़ सकें।
घर-घर औषधि योजना 2022 के लिए पात्रता (Eligibility)
- व्यक्ति राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए।
- व्यक्ति के पास पौधे लगाने के लिए पर्याप्त जमीन होनी चाहिए।
- व्यक्ति को पौधों की देखभाल की पूरी जिम्मेदारी दी जाएगी।
घर-घर औषधि योजना 2022 के लिए दस्तावेज (Document)
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक की पासबुक
घर-घर औषधि योजना 2022 का विस्तार
घर-घर औषधि योजना 2022 में राजस्थान सरकार के द्वारा शुरुआती वर्ष में केवल 4 पौधों को ही दिया जाता था। परंतु अब 2022 में इनकी संख्या बढ़ाकर आठ कर दी गई है। इनमें कई पौधे ऐसे हैं जो कि सरकार की तरफ से सस्ती दरों पर बेचे जाएंगे बड़े पौधे ₹10 में और छोटे पौधे ₹5 में दिए जाएंगे।
राजस्थान सरकार ₹42 करोड़ में 5 करोड़ पौधे तैयार करवाएगी इनमें से तीन करोड़ पौधे आम लोगों की मांग के अनुसार उनको दिए जाएंगे। एक करोड़ पौधे 10000 ग्राम पंचायतों को दिए जाएंगे और चारागाह हेतु एक करोड़ पौधे दिए जाएंगे । 2022 23 के लिए 21 करोड़ का अतिरिक्त बजट सरकार की तरफ से दिया जाएगा।
घर-घर औषधि योजना की विशेषताएं (Features)
- राजस्थान सरकार के द्वारा 1 अगस्त 2021 को घर-घर औषधि योजना को प्रारंभ किया गया था।
- इस योजना के माध्यम से प्रदेश के एक करोड़ 26 लाख परिवारों को औषधीय पौधे दिए जाएंगे।
- राज्य के प्रत्येक परिवार को तुलसी, गिलोय, कालमेध और अश्वगंधा के पौधे मुफ्त में वितरित किए जाएंगे।
- हर परिवार को 8-8 पौधे निशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे और यह तीन बार में दिए जाएंगे।
- इस योजना के माध्यम से लोगों की इम्युनिटी बढ़ेगी और वह रोगों से कोसों दूर हो जाएंगे।
- इस योजना को आरंभ करते समय वर्चुअल मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी द्वारा 72 वे वन महोत्सव का भी शुभारंभ किया गया है।
घर-घर औषधि योजना 2022 के लाभ
- घर-घर औषधि योजना शुरू करने में सरकार को लोगों के स्वास्थ्य की चिंता है।
- इन औषधि पौधों का उपयोग कर लोग अपनों के स्वास्थ्य को ठीक रख पाएंगे और आर्थिक रुप से कमजोर नहीं होंगे।
- इस योजना में लोग इन औषधि पौधों को मुफ्त में प्राप्त करके अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएंगे।
72 वे वन महोत्सव का शुभारंभ
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा वर्चुअल कार्यक्रम में घर-घर औषधि योजना के साथ ही 72 वे वन महोत्सव का भी शुभारंभ किया गया है।
इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री जी के द्वारा ग्राम बिचौली के दौरे पर जाने वाले पीपल के पौधे के साथ पौधे के योजना को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
अशोक गहलोत जी के द्वारा घर-घर औषधि योजना पर आधारित एक फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाएगा ताकि प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य रक्षण और औषधि पौधों के बारे में अच्छी जानकारी मिल पाएगी।
इस योजना में औषधीय पौधे कैसे तुलसी, गिलोय, काल में और अश्वगंधा के 8-8 पौधों की किट तैयार की जाएगी और प्रत्येक परिवार को निशुल्क ही दी जाएगी।
पौधे वितरण का रिकॉर्ड रखना अनिवार्य है
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा पौधे वितरण को लेकर एक आदेश जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि एक परिवार का डाटा एवं रिकॉर्ड पूरी तरह सुरक्षित रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री जी के द्वारा आगे कहा गया है कि पौधों का सुरक्षित वितरण सुनिश्चित कराया जाए एवं पौधे वितरण के लिए एक बायोडिग्रेडेबल पैकिंग भी तैयार की जाए।
घर-घर औषधि योजना के अंतर्गत पौधे वितरण के लिए टास्क फोर्स तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पौधे वितरण का रिकॉर्ड रखना अति आवश्यक है।
घर-घर औषधि योजना का बजट
यह योजना पंचवर्षीय योजना है जिसमें सफलतापूर्वक चलाने के लिए सरकार द्वारा 210 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। सरकार द्वारा प्रदेश के आधे घरों में 5 करोड़ से भी अधिक पौधे बांटने पर एक का ₹3 करोड़ का खर्च आएगा।
इसके साथ ही अगले वर्ष भी समान संख्या में पौधे बांटे जाएंगे। 5 वर्षों में प्रत्येक परिवार को 24 पौधे मिलेंगे ताकि वह बीमारियों से सुरक्षित रहें और अपने परिवार को भी सुरक्षित रखें और अपनी प्रतिरोधक क्षमता को दिन पर दिन बढ़ाते जाएं। घर-घर औषधि योजना 2022
घर-घर औषधि योजना के लिए आवेदन
घर-घर औषधि योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन माध्यम से ही राजस्थान सरकार की वेबसाइट से किया जाएगा। राजस्थान सरकार अपने एक सरकारी ऐप के माध्यम से इस योजना के लिए आवेदन करवाएगी। अभी यह ऐप काम नहीं कर रहा है।
राजस्थान सरकार नगर पंचायतों और नगर निगमों के द्वारा इन पौधों को जनता तक पहुंचाएगी जनता को यह पौधे अपनी जरूरत के अनुसार ही रखने तथा जनता के पास जमीन नहीं है तो सरकार उन्हें यह पौधे नहीं देगी।
औषधीय पौधों में नीम एलोवेरा और कई तरीके के पौधे दिए जाएंगे सरकार यह कार्य हर साल बरसात के मौसम से पहले ही करती है जिससे बरसात आने पर वह पौधे जमीन पकड़ ले और अपने औषधीय गुणों को जन-जन तक पहुंचाएं। घर-घर औषधि योजना 2022
समीक्षा
घर-घर औषधि योजना का मूल्यांकन करने पर हम यह बात समझते हैं कि यह योजना वास्तव में एक बहुत ही कार्यकारी योजना है। इस योजना में जिन गरीब लोगों के पास पैसा नहीं है वह इलाज नहीं करवा पाते हैं।
ऐसे लोग इस योजना के माध्यम से मुफ्त में ही अपने रोगों को दूर कर पाएंगे और रोगों को अपने पास नहीं आने देंगे।
इस योजना के द्वारा लोग प्रकृति के औषधीय महत्व को समझेंगे और बिना साइड इफेक्ट की औषधि का इस्तेमाल करेंगे और औषधि के महत्व को बढ़ाएंगे। क्योंकि प्राचीन ऋषि मुनि कभी भी किसी हॉस्पिटल में भर्ती नहीं होते थे।
कभी भी कोई दवा नहीं लेते थे वह इन्हीं औषधियों के माध्यम से ही अपने स्वास्थ्य को ठीक रखते थे और बीमारी को अपने पास तक नहीं आने देते थे और वह एक 1000 साल तक जीवन जीते थे।
FAQ:
Q: राजस्थान घर-घर औषधि योजना क्या है?
Ans: राजस्थान घर-घर औषधि योजना राजस्थान सरकार की एक ऐसी योजना है जिसमे राजस्थान सरकार घर घर में औषधि मुफ्त में औषधि पौधे बांटेगी।
Q: घर-घर औषधि योजना किस राज्य की औषधि योजना है?
Ans: घर-घरऔषधि योजना राजस्थान सरकार की औषधि योजना है।
Q: राजस्थान सरकार ने इस योजना के लिए कितना बजट निर्धारित रखा है?
Ans: राजस्थान सरकार ने इस योजना के लिए 210 करोड का बजट निर्धारित रखा है।
Q: इस योजना में लोगों को क्या दिया जाएगा और कब तक दिया जायेगा?
Ans: इस योजना में लोगों को औषधीय पौधे दिए जाएंगे और 5 साल तक दिए जायेंगे।
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