Masturbation Benefits and Side Effect 2023: हस्तमैथुन के फायदे और नुकसान

Masturbation Benefits and Side Effect: हस्तमैथुन यौन इच्छाओं को संतुष्ट करने का प्राकृतिक तरीका है। इसके माध्यम से लड़का या लड़की, पुरुष या महिला अपने काम इच्छा की पूर्ति करते हैं।

सभी लोग कभी ना कभी इस प्रक्रिया को करते हैं। इस क्रिया को करने की कोई उम्र नहीं होती है। बच्चे से लेकर जवान लड़के, लड़की, बूढ़े सभी इस हस्तमैथुन क्रिया को करते हैं।

हस्तमैथुन अपने जननांगों की यौन उत्तेजना है जो सामान्य रूप से व्यक्ति के काम इच्छा के प्रति आकर्षण को बढ़ाती है। लोग यौन उत्तेजना बढ़ाने के लिए हाथ, उंगलियां, सेक्स टॉय और तकिया गद्दे का इस्तेमाल भी करते हैं। हस्तमैथुन मानव जीवन का यौन क्रिया का अभिन्न अंग है।

लेकिन इसको अधिक नहीं करना चाहिए। ज्यादा हस्तमैथुन करना स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। हस्तमैथुन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए हमारे लेख को पूरा पढ़ें।

हस्तमैथुन क्या है (Masturbation Kya Hai)

जब कोई लड़का, लड़की, महिला या पुरुष में काम इच्छा की जागृति होती है और यह काम इच्छा की जागृति चाहे तो मोबाइल में गंदी फिल्म देखकर हो या किसी गंदी किताब की कहानियां पढ़कर या किसी लड़की या महिला को छिपकर नहाते हुए देखकर हो।

इसके बाद व्यक्ति अपने जननांग या गुप्तांग को छूना दबाना  या मालिश करना प्रारंभ कर देता है। इसके लिए वह तकिया का भी इस्तेमाल कर सकता है।

लड़कियों में सेक्स टॉय और वाइब्रेटर का इस्तेमाल होता है। हस्तमैथुन के दौरान निपल्स  या अन्य उत्तेजक अंगों को हल्का रगड़ना, यौन आनंद को बढ़ाता है।

Masturbation Benefits and Side Effect

इस यौन आनंद को लेते लेते एक समय ऐसा भी आता है। जब जननांग से वीर्य निकल जाता है और आपको चरम सुख की प्राप्ति होती है। इसी क्रिया को हस्तमैथुन कहते हैं।

मोबाइल पर कई प्रकार के ऐसे साधन है जिनमें Ullu Tv, Prime play और कई तरह की OTT  प्लेटफॉर्म चल रहे हैं जिनमें इस प्रकार के कंटेंट की भरमार है।

हस्तमैथुन क्यों किया जाता है? (Masturbation Kyun Kiya Jata Hai) 

जब लड़का या लड़की में शारीरिक काम इच्छा पैदा होती है। तो वह इसकी पूर्ति करना चाहता है और जब वह अपने सहकर्मी के पास नहीं होता है तो वह यौन सुख प्राप्त करने के लिए स्वयं ही एक क्रिया करता है जिसे हस्तमैथुन कहा जाता है।

इसमें यौन संबंधित मानसिक और शारीरिक दोनों ही प्रकार के सुख की प्राप्ति होती है। इसमें महिला या पुरुष स्वयं ही अपने काम इच्छा को संतुष्ट करता है।

सामान्य रूप से हस्तमैथुन अकेले ही यौन सुख प्राप्त करने का तरीका है लेकिन बहुत सारे लोग इस पर बात नहीं करना चाहते हैं और वह इसे गलत मानते हैं।

लेकिन यह अगर सही मात्रा में किया जाए तो इससे हानि नहीं होती है आमतौर पर यह देखने में आता है कि लड़के 12 से 13 वर्ष की उम्र से हस्तमैथुन करना प्रारंभ हो जाता है जबकि लड़कियों में यह 13 से 19 के समय हस्तमैथुन प्रारंभ होता है।

लड़के हस्तमैथुन कैसे करते हैं? (How Boy Masturbate) 

लड़के जब मोबाइल पर पोर्न फिल्म देखते हैं तब उनम यौन संबंध बनाने की इच्छा होती है।

लेकिन उनके पास कोई महिला साथी नहीं होती है। तब वह कई मुद्राओं में लेट कर, पीठ के बल बैठकर, सीधे खड़े होकर या घुटने टेक कर अपने लिंग को हाथ से पकड़ कर आगे पीछे करते हैं।

इस प्रक्रिया में बहुत उत्तेजना होती है और आनंद मिलता है। कुछ समय बाद वह झड़ जाता है और इसके बाद लिंग में उत्तेजना खत्म हो जाती है और व्यक्ति को आत्म ग्लानि होती है।

पुरुषों में हस्तमैथुन कई तरीके से किया जाता है। कुछ लोग अपने नीचे तकिया लगा कर और अपने लिंग को पॉलिथीन में डालकर आगे पीछे होते हैं जैसे तकिया को महिला समझ रहे हो और कुछ समय बाद ही वह झड़ जाते हैं।

पॉलिथीन का इस्तेमाल करने से उसके कपड़े खराब नहीं हो पाते हैं। कई लोग बाथरूम में लिंग को आगे पीछे करते हैं और झड़ जाते हैं। कई बार बाजार में मिलने वाले खिलौनों का भी इस्तेमाल किया जाता है।

Masturbation Benefits and Side Effect

Masturbation Benefits and Side Effect

हस्तमैथुन के फायदे (Benefit of Masturbate)

  • पुरुष और महिला दोनों को ही हस्तमैथुन से तनाव में आराम मिलता है।
  • हस्तमैथुन से नींद अच्छी आती है
  • हस्तमैथुन के द्वारा महिलाओं में पीरियड के समय होने वाले एडन में कमी होती है।
  • हस्तमैथुन से काम इच्छा बढ़ती है।
  • हस्तमैथुन से अधिक शुक्राणुओं का जवाब नहीं हो पाता है।
  • हस्तमैथुन में काल्पनिक छवि बनाने में मदद मिलती है।
  • हस्तमैथुन में यौन संतुष्टि मिलती है।
  • हस्तमैथुन सेक्स के लिए क्राइम से बचाता है।
  • हस्तमैथुन के द्वारा यौन रोग होने की संभावना ना के बराबर होती है।
  • हस्तमैथुन से उत्तेजना शांत होती है।
  • हस्तमैथुन से स्पर्म काउंट अच्छा रहता है।

हस्तमैथुन के नुकसान (Side Effect of Masturbate) 

  • दैनिक जीवन में मन शांत नहीं रहता है।
  • आत्मविश्वास में कमी आती है।
  • अधिक हस्तमैथुन लिंग को कमजोर बनाता है।
  • हस्तमैथुन से वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है।
  • अधिक हस्तमैथुन करने से थकान की अनुभूति होती है।
  • हस्तमैथुन से लिंग में ताकत खत्म हो जाती है।
  • हस्तमैथुन करने से व्यक्ति की सेक्स टाइमिंग में कमी आती है।
  • हस्तमैथुन से शुक्राणु कमजोर हो जाते हैं जिससे संतान भी अविकसित पैदा होती है।

हस्तमैथुन से जुड़े मिथक (Masturbate Myth) 

लोगों ने हस्तमैथुन के बारे में कई गलत धारणाएं बना कर रखी हैं। इनमें ज्यादातर दावे विज्ञान की नजरों से गलत साबित हुए हैं। हस्तमैथुन से शरीर को कोई नुकसान नहीं होता है। हस्तमैथुन से जुड़े मिथक

  • हस्तमैथुन से आंखों का कमजोर होना ।
  • हस्तमैथुन से बालों का झड़ना ।
  • हस्तमैथुन से नपुंसकता ।
  • हस्तमैथुन से लिंग का सिकुड़ना ।
  • हस्तमैथुन से लिंग का टेढ़ा हो जाना ।
  • हस्तमैथुन करने से स्पर्म की संख्या में कमी होना ।
  • हस्तमैथुन से बांझपन होना ।
  • हस्तमैथुन से मानसिक कमजोरी होना ।
  • हस्तमैथुन से शारीरिक कमजोरी होना ।

हस्तमैथुन के बारे में जरूरी सलाह (Best Advice About Masturbate) 

लोगों को हस्तमैथुन की ओर आकर्षित करने वाले कंटेंट जैसे पोर्न फिल्में, कहानियां फोटो और नहाती महिला को देखने से परहेज करें।

  • नियमित योग, साइकिलिंग और किसी ना किसी काम में लगे रहे।
  • मौसमी फलों और बादाम को खाना चाहिए।
  • मांसाहारी खाने से बचना चाहिए।
  • होम्योपैथिक उपचार में हस्तमैथुन की आदत दूर हो सकती है।

हस्तमैथुन से कैसे बचें (How To Stop Masturbate Habit) 

  • जब आपके पास खाली समय होता है। तब आपके दिमाग में कामुक विचार हावी होते रहते हैं और आप हस्तमैथुन करते हैं। इससे बचने के लिए आप खाली समय नहीं बैठे। कुछ ना कुछ काम करते रहें। अपने मन को दूसरी ओर लगाएं। कमरे में कभी भी अकेले नहीं बैठे हमेशा किसी न किसी के साथ समय बिताये।
  • इसके साथ-साथ हमें ध्यान और योग की तरफ ध्यान देना चाहिए। संगीत सुनना चाहिए या फिर हमें डांस क्लासेस जॉइन करनी चाहिए। दौड़ना, साइकलिंग चलाना और तैराकी भी कर सकते हैं।

अगर फिर भी आप इस हस्तमैथुन की लत से ग्रसित होते हैं और यह दूर नहीं होती है। तब आपको अपने मनोचिकित्सक डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि कई बार मानसिक तनाव के कारण भी यह हो सकता है।

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