Milk Facts: भारत में दूध की एक खास जगह है। चाहे वह बच्चा हो या वयस्क सभी लोग दूध का एक गिलास रोजाना पीना चाहेंगे। खासतौर पर बच्चों की अच्छी ग्रोथ के लिए उन्हें दूध जरूर पिलाया जाता है।
दूध में कैल्शियम होता है जिससे बच्चों में कैल्शियम की कमी नहीं होती और उनकी हड्डियां मजबूत होती है ऐसे ही वयस्कों में भी दूध से वयस्कों की हड्डियां भी मजबूत होती हैं।
बच्चे अक्सर दूध नहीं पीना चाहते हैं लेकिन उनके माता-पिता फिर भी उनको दूध इसी के कारण पलाते हैं। दूध को कई फ्लेवर भी मिलाकर किया जा सकता है। लोग इसे पीना पसंद करते हैं। कई बार लोग सोने से पहले दूध पीते हैं।
दूध पीने का सही समय क्या है?
वयस्कों के लिए दूध पीने का सही समय रात को सोने से पहले है। वही बच्चों को सुबह ही दूध पी लेना चाहिए। रात में दूध पीने से ओजस को बढ़ावा मिलता है।
ओजस का आयुर्वेद में एक ऐसी अवस्था के रूप में वर्णन किया गया है जब उचित पाचन शक्ति प्राप्त हो जाती है।
दूध पीने से अच्छी नींद आने में भी मदद मिलती है। कई लोग सोने से पहले हल्का गुनगुना दूध इसीलिए पीते हैं कि रात में उन्हें अच्छी नींद आए।
सोते समय एक्टिविटी भी कम हो जाती है इसलिए शरीर दूध से ज्यादा से ज्यादा केमिकल अवशोषित कर लेता है।
दूध पीने के फायदे क्या है?
दूध पोषक तत्वों से भरपूर तो होता ही है। साथ में इसमें कैल्शियम और अन्य तरीके के मिनरल्स भी होते हैं जिससे हड्डियां भी मजबूत होती हैं।
यह प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन b12 विटामिन डी, फास्फोरस का अच्छा स्रोत माना जाता है।
रोज दूध पीने से इम्यूनिटी भी मजबूत होती है। लेकिन कुछ लोगों में दूध पीने से घबराहट सी भी हो जाती है उन्हें दूध हजम नहीं होता है उन्हें दूध नहीं पीना चाहिए।
एक दिन में कितना दूध पीना चाहिए?
एक दिन में आराम से दो से तीन कप दूध पी सकते हैं लेकिन याद रखें कि ज्यादा दूध नहीं पीये वरना यह बदहजमी भी कर सकता है। दूध आपके वजन को भी बढ़ा सकता है इसलिए दूध कम मात्रा में ही पिए।
दूध को कैसे स्वादिष्ट बनाया जा सकता है?
दूध को ज्यादा पीना थोड़ा मुश्किल अवश्य होता है और अधिकतर लोग सादा दूध पी भी नहीं सकते हैं इसलिए दूध में मिल्कशेक, फ्रूट्स आदि मिलाकर भी पी सकते हैं।
आयुर्वेद की मानें तो दूध या दही में कभी भी फलों को मिलाकर नहीं पीना चाहिए ऐसा माना जाता है कि फल दूध के साथ मिलकर गैस पैदा करते हैं।
टॉक्सिंस से सर्दी खांसी और एलर्जी हो सकती है। आप दूध में नेचुरल फ्लेवर चीनी, गुड़, खजूर, हल्दी मिलाकर पी सकते हैं।
बच्चों के लिए दूध में चॉकलेट पाउडर मिलाया जा सकता है। बच्चों को ज्यादा तरह चॉकलेटी दूध पसंद आता है।
दूध पीने का सही तरीका क्या है?
आयुर्वेद में दूध के साथ फलों को मिलाकर पीने की सलाह नहीं दी जाती है फिर दूध को पीने का सही तरीका जानते हैं। चाहे ठंडा हो या फिर गरम दोनों ही तरह से शरीर को फायदा पहुंचाता है।
इस बात से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है कि आप दूध किस समय पी रहे हैं। अगर आप दूध को दिन के समय भी पी रहे हैं तो ठंडा या गर्म कैसा भी पी सकते हैं।
रात में सोने से पहले पी रहे हैं तो गुनगुना दूध पिए। रात में ठंडा दूध पेट में गैस पैदा करता है जिससे आपकी नींद खराब हो सकती है।
आप पूरी रात थके थके महसूस करेंगे और सुबह उठेंगे तो आपकी नींद सही से पूरी नहीं होगी।