Monkeypox Global Emergency: WHO ने शनिवार को मंकीपॉक्स बीमारी को वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ ने सभी देशों से समलैंगिक समुदाय के साथ मिलकर काम करने और प्रभावित समुदायों के स्वास्थ्य, मानव अधिकार और गरिमा की रक्षा के लिए जितना संभव हो सके उपाय करने का आह्वान किया है। मंकीपॉक्स बीमारी अब तक 75 देशों में फैल चुकी है। इस बीमारी से 16000 से भी अधिक मामले अब तक सामने आ चुके हैं। इन 16000 मामलों में से 5 लोगों की मौत हो चुकी है।Monkeypox Global Emergency
अगर इनमें भारत की बात की जाए तो भारत में अब तक तीन ही मामले सामने आए हैं जोकि तीन के तीन मामले केरल में पाए गए हैं। डब्ल्यूएचओ की यह घोषणा इस रोग के उपचार के लिए निवेश में तेजी ला सकती है। WHO ने इस रोग का टीका विकसित करने की जरूरत को भी रेखांकित किया है।
WHO के महानिदेशक ने वैश्विक स्वास्थ्य संगठन की इमरजेंसी कमेटी के लिए सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के बावजूद यह घोषणा की। यह पहला मौका है जब डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने इस तरह की कार्यवाही की है। डब्ल्यूएचओ के निदेशक ने कहा कि हम एक ऐसी महामारी का सामना कर रहे हैं जो प्रसार के नए माध्यमों के जरिए तेजी से दुनिया भर में फैल गई है। इस महामारी के बारे में हमारे पास बहुत कम जानकारी है। यह अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य के लिए चिंता का कारण बन सकती है। इन सभी तर्कों के कारण वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित करने का फैसला दिया है।Monkeypox Global Emergency
महानिदेशक ने आगे कहा कि मैं जानता हूं कि यह कोई आसान या सीधी प्रक्रिया नहीं है और इसलिए समिति के सदस्यों के भिन्न विचार हैं। मंकीपॉक्स मध्य और पश्चिम अफ्रीका के कई हिस्सों में दशकों से मौजूद है। लेकिन अफरीका महादीप के बाहर इतने बड़े पैमाने पर इसका प्रकोप पहले कभी नहीं देखा गया है। मई के महीने तक यह है काफी फैल चुका था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ज्यादातर मामले स्पेन ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस और नीदरलैंड में पाए गए हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार मंकीपॉक्स वायरल जूनोसिस है। इसके लक्षण चेचक के समान होते हैं हालांकि यह चिकित्सकीय रूप से काफी गंभीर महामारी है। Monkeypox Global Emergency
भारत में भी उच्च स्तरीय कमेटी की गठित की गई है जो मंकीपॉक्स के हालात पर नजर रखेगी। मंकीपॉक्स भारत में भी दस्तक दे चुका है। केरल में मंकीपॉक्स के कुल 3 मामले सामने आ चुके हैं। पिछले सप्ताह केरल के कन्नूर जिले में दूसरा मामला मेरा था जबकि पहला मामला दक्षिण केरल के कोल्लम जिले में 14 जुलाई को सामने आ चुका था। केरल सरकार मंकीपॉक्स को लेकर मानक संचालन प्रक्रिया जारी कर चुकी है। सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को इन मानकों का पालन करना होगा।