Yoga Tips: एक जगह लगातार बैठने से रीढ़ की दिक्कतों का समाधान

Yoga Tips: ऑफिस में यदि आप 6 से 8 घंटे तक बैठे रहते हैं तो आपके शरीर के पोस्टर में काफी प्रकारों का जन्म हो जाता है।

यह रीड की समस्याओं का कारण बनता है जिससे पीठ में दर्द और मांसपेशियों से संबंधित कई प्रकार की अन्य बीमारियों का खतरा भी दिन पर दिन बढ़ता जाता है।

लम्बे समय तक बैठने से यह हमारे लाइव स्टाइल को भी प्रभावित करता है जिससे हमें काफी समस्याएं होती हैं। विशेषज्ञ से इस समस्या को काफी हानिकारक मानते हैं। इस तरह की दिक्कतों और पीठ के दर्द को कम करने के लिए योगासनों का अभ्यास करना चाहिए जिससे हमें आराम मिलता है।

उष्ट्रासन योग

विशेषज्ञ रीड की हड्डी की दिक्कतों को दूर करने के लिए कैमल पोज या उष्ट्रासन योग के अभ्यास की सलाह देते हैं।

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योग के विशेषज्ञ बताते हैं की उष्ट्रासन मध्यवर्ती स्तर का बैक बैंडिंग योगाभ्यास है जिसे हृदय चक्र को खोलने के लिए जाना जाता है।

ह योग शरीर में लचीलापन और ताकत को बढ़ाने के साथ-साथ बेहतर स्ट्रैचिंग करने पाचन में सुधार करने और पीठ के दर्द में राहत पहुंचाने के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी आसन है।

उष्ट्रासन योग का अभ्यास कैसे करें

उष्ट्रासन योग हर आयु के लोग कर सकते हैं। यह सभी के लिए लाभकारी है। इस योग को सुरक्षित तरीके से करने के लिए आपको विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है और किसी विशेषज्ञ की उपस्थिति में ही इस योग को करें।

इस योग को करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाते हैं। अब सांस लेते हुए रीड के निचले हिस्से को आगे की तरफ जाने का दबाव डालते हैं। इस दौरान पूरा दबाव नाभि पर महसूस होना चाहिए। अपनी पीठ को पीछे की तरफ मुड़ते हुए झुके गर्दन को ढीला छोड़ दें। इस स्थिति में 30 से 50 सेकंड तक रहे। किसी विशेषज्ञ की निगरानी में इस योग को करने में कोई नुकसान नहीं होता है।

उष्ट्रासन योग

उष्ट्रासन योग से स्वास्थ्य लाभ

उष्ट्रासन योग से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ हैं। इसे रीढ़ और पीठ की समस्याओं को दूर करने में विशेष लाभकारी माना जाता है। रीढ़ को सीधा रखने के अलावा पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या को दूर करने में इस योग से विशेष लाभ हो सकते हैं।

यह आसन पाचन में सुधार करता है। शरीर की बेहतर स्ट्रेचिंग के साथ पीठ और कंधों को भी मजबूत बनाने में इस योग के अभ्यास के लाभ हैं।

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जिन लोगों को शरीर के निचले हिस्से विशेषकर पीठ में दर्द रहता है उन्हें इस योग से लाभ मिलता है।

सावधानियां

उष्ट्रासन योग संपूर्ण शरीर के लिए लाभकारी होता है। इससे संबंधित कुछ सावधानियों का भी ध्यान रखना आवश्यक होता है जिन लोगों को पीट या गर्दन में चोट या गंभीर दर्द हो ब्लड प्रेशर की समस्या बनी रहती हो। ऐसे लोगों को इस योग को ना करने की सलाह दी जाती है।

इस योग को गर्भावस्था में भी नहीं करना चाहिए यदि हाल ही में आपकी पेट की कोई सर्जरी हुई है तो भी इस योग को नहीं करना चाहिए।

यदि आपने पहले कभी योग नहीं किया है तो आपको इस योग को  किसी एक्सपर्ट कीदेख रेख में ही करने की सलाह दी जाती है।

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